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अप्रैल, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

1 इलाज ; मोटापा

web - gsirg.com helpsir.blogspot.in इलाज ; मोटापा इस दुनिया में हर एक प्राणी सुगठित , सुंदर और सुडोल तथा मनमोहक शरीर वाला होना चाहता है | इसके लिए वह तरह तरह के व्यायाम करता है | सुडौल शरीर पाने के लिए वह हर व्यक्ति जो मोटापे से परेशान है , प्राणायाम और योग का भी सहारा लेता है | लेकिन उसका वातावरणीय प्रदूषण , अनियमित आहार-विहार उसके शरीर को कहीं ना कहीं से थोड़ा या बहुत बेडौल कुरूप या भद्दा बना ही देते हैं | आदमियों के शरीर में होने वाली इन कमियों मैं एक मोटापा भी है | जिसके कारण व्यक्ति का शरीर बेबी डॉल जैसा दिखाई पड़ने लगता है | बहुत से यत्न और प्रयत्न करने के बाद भी उसे इसमें सफलता नहीं मिल पाती है | वस्तुतः शरीर का मोटा होना उस व्यक्ति के लिए लगभग अभिशाप सा होता है | वसा की आवश्यकता हमारे शरीर के अंगों और प्रत्यंगों को ढकने का कार्य बसा या चर्बी का होता है | जिसकी एक मोटी परत त्वचा के नीचे विद्यमान रहती है | इस चर्बी का काम शरीर को उष्णता प्रदान करना है

" कबीरा शिक्षा जगत मां भाँति भाँति के लोग ( भाग-तीन )

web - gsirg.com बिना पढ़े ही मनमानी कक्षाएं उत्तीर्ण करने का आसान उपाय क्या आपका बच्चा पढ़ने में कमजोर है ? उसका पढ़ने में मन नहीं लगता है ? किंतु आप चाहते हैं कि आपका बच्चा अच्छे विषयों में अच्छे नंबरों से पास हो ? तो इसे जरूर पढ़ें विद्यालय परिचय हम आपको रायबरेली जिले में स्थित एक इंटर कॉलेज के विषय में बता रहे हैं | इस इंटर कॉलेज का नाम है , श्रीमती रामदुलारी तालुकेदारिया इंटर कॉलेज सेहगो - रायबरेली | अगर आप यहां अपने बच्चे का एडमिशन करवा देंगे तो आपका बच्चा इंटरमीडिएट से लेकर कक्षा नौ तक बिना स्कूल गए , बिना कुछ पढ़े लिखे उत्तीर्ण हो सकता है | पहली शर्त आपको केवल उनकी एक शर्त माननी होगी | उनकी केवल एक शर्त है कि , आप विद्यालय के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों को मनमाने और मुंहमांगे पैसे दे दें | विद्यालय की कार्यप्रणाली आपके ऐसा करने पर स्कूल , आपके ब

इलाज ; दिल की धड़कन की बीमारी का

web - gsirg.com helpsir.blogspot.in इलाज ; दिल की धड़कन की बीमारी का हमारे शरीर में विभिन्न प्रकार के महत्वपूर्ण अंग हैं | इन महत्वपूर्ण अंगों में हृदय का प्रमुख स्थान है | यह शरीर के भीतर ,छाती के बाई ओर स्थित होता है | इस स्थान पर हाथ रख कर दिल की धड़कन का अनुभव किया जा सकता है | अगर हम यहां कान लगाकर सुने तो हमे दिल के धड़कन की आवाज भी साफ साफ सुनाई देगी | एक स्वस्थ व्यक्ति का हृदय नियमित रूप से 1 मिनट में लगभग 72 बार धड़कता है | यह धड़कन एक नियमित समय अंतराल पर होती रहती है | यदि इस समय अंतराल में अनियमितता मिले तब जान लेना चाहिए कि उस व्यक्ति को दिल धड़कन की बीमारी है | रोग विचार जब किसी कारण से दिल की धड़कन कम या ज्यादा हो जाती है , और नियमित रूप से होती रहती है | तब व्यक्ति इस रोग से पीड़ित हैं , यह जान लेना चाहिए | ऐसी अवस्था में दिल की धड़कन का नियमित रूप से बढ़ते जाना या कम होते जाना दोनों ही स्थितियां चिंता का विषय बन जाती है | कभी-कभी तात्कालिक प्रभाव से भी धड़कन बढ़ या घट जाया

इलाज ; कुष्ठ रोग जानकारी और बचाव

web - gsirg.com इलाज ; कुष्ठ रोग जानकारी और बचाव यह एक घृणित रोग है | इस रोग में आदमी के शरीर के अंगों का गलना शुरू हो जाता है | इस रोग से प्रभावित अंगों से दुर्गंधयुक्त मवाद निकलने लगती है , धीरे-धीरे रोगी के यह अंग गल गल कर बहने लगते हैं | रोग की चरमावस्था पर धीरे-धीरे के अंग शरीर से गायब या समाप्त हो जाते हैं | जिसके कारण कोई अन्य व्यक्ति उसके पास उठता बैठता या खाता पीता नहीं है | इसके अलावा वह रोगी से किसी प्रकार का संबंध भी नहीं रखना चाहता है | दूसरे शब्दों में अगर कहा जाए तो लोग ऐसे रोगी को घृणा की दृष्टि से देखते हैं | इस रोग का रोगी स्वयं भी अपने आप से घृणा करने लगता है , कभी-कभी तो रोगी रोग से परेशान होकर आत्महत्या करने का विचार भी करने लगता है | कुष्ठ हर चूर्ण बनाना कुष्ट के रोगी को चाहिए कि वह अपने रोग से निजात पाने के लिए यह चूर्ण बना ले | इसके लिए रोगी को बकायन नामक वृक्ष के बीज इकट्ठा करना होता है | इन बीजों की मात्रा जब 2 किलो ग्राम के लगभग हो जाए , तब इनकी साफ-सफाई कर ले , ताकि उन पर लगी धूल मिट्टी आदि निकल जाए | अब इन बीजों की आधी मात्रा यानी 1 किल

11 इलाज ; दमा और एलर्जी का समसामयिक कारण

web -  helpsir.blogspot.in  इलाज ; दमा और एलर्जी का समसामयिक कारण मेरे सुविज्ञ पाठकगणों कुछ ऐसी बीमारियाँ  होती है , जो विशेष समय पर ही होती हैं , इन्हे हम बोलचाल की भाषा मे '' समसामयिक बीमारियां  '' कहते हैं जैसे सर्दी जुकाम | ें यह बीमारियों का एक निश्चित समय पर तथा निश्चित वातावरण मे अनायास ही व्यक्ति को अपनी गिरफ्त मे लेकर अपना भयावह स्वरुप  दिखाने लग जाती है | जैसा कि आप सभी जानते हैं कि यह गर्मी के दिन है | इस समय सभी किसान भाई अपनी गेहूँ कि फसल तैयार करके अपना गेहूँ घर लाने मे लगे हुए हैं | किसान इस फसल को घर लाने से पहले उसकी कटाई व मड़ाई करते है | मड़ाई के बाद ही किसान को गेहूँ के साथ जानवरों को खिलाने के लिए '' भूसा '' भी मिल जाता है |      यह समय रवी की फसल गेहूँ की कटाई, मड़ाई का हैं | सभी किसान का यह काम जोरों पर है।मड़ाई के कारण चारों ओर '' भूसे '' के छोटे छोटे कण वायुमंडल में प्रचुरता से विद्यमान रहते हैं। इसीतरह धनिया और तिलहन आदि फसलो  के छोटे छोटे कण भी वातावरण मे बहुतायत से फैले हुए होते हैं | वायुमंडल के ऐसे प्रदूष

11 इलाज ; दमा और एलर्जी का समसामयिक कारण

web -  helpsir.blogspot.in  इलाज ; दमा और एलर्जी का समसामयिक कारण मेरे सुविज्ञ पाठकगणों कुछ ऐसी बीमारियाँ  होती है , जो विशेष समय पर ही होती हैं , इन्हे हम बोलचाल की भाषा मे '' समसामयिक बीमारियां  '' कहते हैं जैसे सर्दी जुकाम | ें यह बीमारियों का एक निश्चित समय पर तथा निश्चित वातावरण मे अनायास ही व्यक्ति को अपनी गिरफ्त मे लेकर अपना भयावह स्वरुप  दिखाने लग जाती है | जैसा कि आप सभी जानते हैं कि यह गर्मी के दिन है | इस समय सभी किसान भाई अपनी गेहूँ कि फसल तैयार करके अपना गेहूँ घर लाने मे लगे हुए हैं | किसान इस फसल को घर लाने से पहले उसकी कटाई व मड़ाई करते है | मड़ाई के बाद ही किसान को गेहूँ के साथ जानवरों को खिलाने के लिए '' भूसा '' भी मिल जाता है |      यह समय रवी की फसल गेहूँ की कटाई, मड़ाई का हैं | सभी किसान का यह काम जोरों पर है।मड़ाई के कारण चारों ओर '' भूसे '' के छोटे छोटे कण वायुमंडल में प्रचुरता से विद्यमान रहते हैं। इसीतरह धनिया और तिलहन आदि फसलो  के छोटे छोटे कण भी वातावरण मे बहुतायत से फैले हुए होते हैं | वायुमंडल के ऐसे प्रदूष

धर्म ; मंत्रों में है अद्भुत शक्तियां

धर्म ; मंत्रों में है अद्भुत शक्तियां ---------------------------------------------- web - gsirg.com helpsir.bligspot.in 10 - 04 - 2018 ------------------------------------------------------------------------ हमारे प्राचीन ऋषि मुनि अनेक मंत्रों की जानकार थे , वह मंत्रों की सहायता से आश्चर्यजनक परोपकारी और जनहित के कार्य किया करते थे | आज इसी संबंध में हम कुछ जानकारी प्राप्त करेंगे | मंत्रों की शक्ति भौतिक शक्तियों से बढ़कर सूक्ष्म और सामर्थ्यवान होती है | यही कारण रहा है कि प्राचीन काल के ऋषियों मनीषियों और योगियों आदि ने मंत्रों की शक्तियों से पृथ्वी लोक , देवलोक और ब्रह्मांड की अनंत शक्तियों पर विजय पाई थी | मंत्रों का व्यापक प्रभाव और सामर्थ्य मंत्रों में अनेकों प्रभावी तथा सामर्थ्यवान शक्तियां निहित है | यही कारण है कि , प्राचीन काल के ऋषि मुनि मंत्रों के उपयोग से ही अपनी इच्छा के अनुसार किसी पदार्थ का स्थानांतरण कर सकते थे | मंत्रों की शक्ति आज भी विद्यमान है | अगर आज भी कोई व्यक्ति मंत्रों की स्थिति को अपने अंदर समाहित कर लेता है , तब उसको अनेक सामर्थ्यवान

इलाज ; चेचक

Web - gsirg.com 1 इलाज ; चेचक एक संक्रामक बीमारी है , जो छोटे और बड़े सभी उम्र के लोगों को हो जाया करती है | लोगों की धारणा है कि यह दशा माता जी की कृपा से होता है | हमारे देश में इसके फैलने को धार्मिक दृष्टिकोण से भी बड़ा महत्व दिया जाता है | जबकि ऐसा है नहीं , इस परेशानी को धार्मिक दृषिकोण सके नजरिये से देखना पूरी तौर से एकदम सही नहीं कहा जा सकता है | बहुत से लोगों में यह भ्रांति है कि पीड़ित को यह परेशानी उसके दुष्कर्मों का फल है | मनुष्य के दुष्कर्म के परिणामस्वरुप माता का प्रकोप होता है | माता के प्रकोप के कारण ही दुष्कर्म उसके शरीर में दाने बन कर उभर रहे हैं | इस रोग को देवीमाता का प्रकोप मानकर लोग विशिष्ट प्रकार का व्यवहार भी करते हैं | यहां तक कि लोग उसकी चिकित्सा भी नहीं करते | दुष्ट संक्रामक रोग है यह आधुनिक समय में आयुर्वेदिक विद्वानो के अनुसार इस रोग की उत्पत्ति का कारण , वायु , जल और पृथ्वी का दूषित होना है | पाश्चात्य चिकित्सा में इसे इसे जंतुजन्य संक्रामक व्याधि कहा गया है | दोनों ही चिकित्सा पद्धतियों में इस रोग के निवारण की